उत्तर प्रदेश और बिहार के कई राज्यों से लगातर नदी में से शव मिलने की खबर सामने आ रही है साथ ही ये भी बताया जा रहा है की ये सभी लाशें कोरोना संक्रमित मरीजों की हैं। ऐसे में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) ने गुरुवार को केंद्र के जल शक्ति मंत्रालय और यूपी व बिहार सरकार को नोटिस जारी करके गंगा नदी में पाई गई लाशों का ब्योरा मांगा है। इसके साथ ही आयोग ने इसके लिए ज़िम्मेदार कौन है इसकी जबाबदेही भी मांगी है साथ ही आयोग ने अधिकारियों के खिलाफ करवाई को लेकर क्या कदम उठाये गए है इसका भी जबाब माँगा है।
आयोग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि अगर वो लाशें करोना मरीजों की नहीं थीं तो भी इस तरह से नदी में लाशों का तैरना पूरे समाज के लिए शर्मनाक है।
आयोग का कहना है कि संबंधित अधिकारी अपना काम करने में विफल रहे हैं, जिसकी वजह से ऐसा हुआ है। आयोग ने नोटिस में लिखा है कि 2016 के नियम के मुताबिक लाशों को गंगा नदी में नहीं बहाया जा सकता।
साथ ही आयोग ने ये भी कहा है की लाशो का इस तरह से नदी में बहाया जाना मानव अधिकार का हनन है और साथ ही इसके कारण उनसभी लोगो के जीवन पर भी असर पड़ रहा है जिनका रोज़ाना का काम गंगा नदी पर निर्भर करता है।
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